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सोने-चांदी की कीमतों में 15,000 रुपये की गिरावट, देखें आज के नए रेट Gold and silver prices

Gold and silver prices बाजार विश्लेषकों और विशेषज्ञों की नजर इन दिनों दिल्ली के सर्राफा बाजार पर टिकी हुई है, जहां सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। यह तेजी न केवल स्थानीय बाजार को प्रभावित कर रही है, बल्कि समग्र भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी इसका गहरा असर पड़ रहा है।

वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करें तो पिछले दस कारोबारी दिनों में सोने की कीमतों में करीब 3,000 रुपए प्रति दस ग्राम की वृद्धि दर्ज की गई है। यह वृद्धि विशेष रूप से उल्लेखनीय है क्योंकि केवल तीन कारोबारी दिनों में ही कीमतों में 1,420 रुपए की बढ़ोतरी देखी गई। इससे पहले छह कारोबारी दिनों में भी 1,600 रुपए से अधिक की वृद्धि हुई थी, जो बाजार में सोने की मजबूत स्थिति को दर्शाता है।

वर्तमान में सोने की कीमत 82,000 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर पहुंच गई है, जो पिछले रिकॉर्ड स्तर 82,400 रुपए से मात्र 400 रुपए नीचे है। यह पिछला रिकॉर्ड अक्टूबर 2023 में बना था। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान गति को देखते हुए यह नया रिकॉर्ड भी जल्द ही टूट सकता है।

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इस तेजी के पीछे कई कारण हैं। सबसे प्रमुख कारण है भारतीय बाजार में ज्वैलरी की बढ़ती मांग। शादी-विवाह के मौसम में यह मांग और भी बढ़ जाती है। साथ ही, निवेशकों द्वारा सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देखा जा रहा है, जिससे इसकी कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है।

हालांकि, चांदी के मामले में स्थिति कुछ अलग है। शुक्रवार को चांदी की कीमत 93,500 रुपए प्रति किलोग्राम दर्ज की गई, जो पिछले सत्र के 94,000 रुपए के मुकाबले में कम है। यह गिरावट अंतरराष्ट्रीय बाजार के प्रभाव को दर्शाती है, जहां कीमतों में मामूली गिरावट देखी जा रही है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो कॉमेक्स पर सोना वायदा 2,729.80 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है, जबकि चांदी वायदा 31.26 डॉलर प्रति औंस पर है। यह गिरावट भारतीय बाजार को भी प्रभावित कर सकती है, लेकिन स्थानीय मांग के कारण यह प्रभाव सीमित रह सकता है।

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बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान में कई कारक सोने की कीमतों को प्रभावित कर रहे हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था की अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव, और मुद्रास्फीति जैसे कारक सोने की कीमतों को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा, भारत में त्योहारी सीजन और शादी-विवाह के मौसम में सोने की मांग बढ़ जाती है, जो कीमतों में वृद्धि का एक प्रमुख कारण है।

छोटे निवेशकों और आम जनता के लिए यह स्थिति चिंता का विषय बन सकती है। बढ़ती कीमतों के कारण सोने की खरीदारी महंगी हो गई है, जिससे छोटे निवेशकों को अपने निवेश की योजनाओं में बदलाव करना पड़ सकता है। हालांकि, जिन लोगों ने पहले ही सोने में निवेश किया है, उनके लिए यह अच्छी खबर है क्योंकि उनके निवेश का मूल्य बढ़ रहा है।

व्यापारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है। विशेष रूप से त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने की संभावना है, जो कीमतों को और ऊपर ले जा सकती है। इसलिए निवेशकों को सावधानीपूर्वक निर्णय लेने की आवश्यकता है।

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दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में वर्तमान तेजी एक महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतक है। यह न केवल स्थानीय बाजार की गतिविधियों को दर्शाता है, बल्कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य का भी एक महत्वपूर्ण संकेतक है। निवेशकों और आम जनता को इस स्थिति का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करते हुए अपने निवेश निर्णय लेने चाहिए।

बाजार विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेशकों को लंबी अवधि के दृष्टिकोण से सोने में निवेश करना चाहिए और कीमतों में उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए अपनी निवेश रणनीति बनानी चाहिए। साथ ही, विविध निवेश पोर्टफोलियो बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है, जिससे जोखिम को कम किया जा सके।

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