Public Holiday वर्ष 2025 में उन्नाव जिले के न्यायालय और सरकारी कार्यालयों के लिए महत्वपूर्ण अवकाश घोषित किए गए हैं। इस वर्ष की विशेषता यह है कि कई राष्ट्रीय अवकाश सप्ताहांत पर पड़ रहे हैं, जिसके कारण कर्मचारियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। आइए विस्तार से जानें इस वर्ष के अवकाश कैलेंडर की प्रमुख विशेषताओं के बारे में।
सप्ताहांत पर पड़ने वाले राष्ट्रीय अवकाश वर्ष 2025 में तीन प्रमुख राष्ट्रीय अवकाश ऐसे हैं जो सप्ताहांत पर पड़ रहे हैं। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस रविवार को, 6 नवंबर को रामनवमी रविवार को, और 6 जुलाई को मोहर्रम भी रविवार को पड़ रहा है। इस स्थिति में कर्मचारियों को इन अवकाशों का अतिरिक्त लाभ नहीं मिल पाता। इसलिए सरकार ने कर्मचारियों के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
वैकल्पिक अवकाशों की व्यवस्था कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने वैकल्पिक अवकाशों की घोषणा की है। गणतंत्र दिवस के एवज में 22 अक्टूबर को और रामनवमी के स्थान पर 23 अक्टूबर को अवकाश रहेगा। मोहर्रम के लिए वैकल्पिक अवकाश की घोषणा बाद में की जाएगी। यह निर्णय विशेष रूप से उन कर्मचारियों के लिए राहतदायक है जो अन्यथा इन महत्वपूर्ण अवकाशों का लाभ नहीं ले पाते।
उन्नाव जिले में स्थानीय अवकाश उन्नाव जिले के जिला जज को इलाहाबाद उच्च न्यायालय से पांच स्थानीय अवकाश घोषित करने का विशेष अधिकार प्राप्त है। इस अधिकार का प्रयोग करते हुए, वर्ष 2025 के लिए पांच महत्वपूर्ण स्थानीय अवकाश घोषित किए गए हैं। इनमें 3 फरवरी को बसंत पंचमी, 15 मार्च को होली, 30 सितंबर को दुर्गा अष्टमी, 6 सितंबर को बारावफात, और 5 नवंबर को गुरु नानक जयंती/कार्तिक पूर्णिमा शामिल हैं।
बसंत पंचमी पर विशेष अवकाश विशेष रूप से, 3 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी के अवसर पर उन्नाव न्यायालय बंद रहेगा। यह निर्णय जिला जज द्वारा इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेशानुसार लिया गया है। इस अवकाश की पूर्व घोषणा से वकीलों और आम जनता को अपनी न्यायालय संबंधी गतिविधियों की योजना बनाने में सुविधा होगी।
शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज ने फरवरी 2025 के लिए दो विशेष अवकाश घोषित किए हैं। 12 फरवरी को संत रविदास जयंती और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर स्कूल बंद रहेंगे। यह व्यवस्था राज्य के सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त स्कूलों पर लागू होगी।
जिला जज की भूमिका और अधिकार उन्नाव के जिला जज को स्थानीय परिस्थितियों और आवश्यकताओं के अनुसार अवकाश घोषित करने का विशेष अधिकार प्राप्त है। यह अधिकार विशेष रूप से उन स्थितियों में महत्वपूर्ण हो जाता है जब कोई राष्ट्रीय अवकाश सप्ताहांत पर पड़ता है। ऐसी स्थिति में, जिला जज वैकल्पिक अवकाश निर्धारित कर सकते हैं।
कर्मचारियों के लिए लाभदायक निर्णय यह व्यवस्था विशेष रूप से न्यायालय और सरकारी कर्मचारियों के लिए लाभदायक है। जहां एक ओर उन्हें नियमित अवकाशों का लाभ मिलेगा, वहीं दूसरी ओर सप्ताहांत पर पड़ने वाले अवकाशों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था से उनके कार्य-जीवन संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलेगी।
समाज पर प्रभाव इन अवकाशों की पूर्व घोषणा से न केवल कर्मचारियों को बल्कि आम जनता को भी लाभ होगा। लोग अपनी न्यायालय संबंधी कार्यवाहियों और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की योजना बेहतर ढंग से बना सकेंगे। साथ ही, यह व्यवस्था सामाजिक और धार्मिक त्योहारों के महत्व को भी रेखांकित करती है।
वर्ष 2025 के लिए घोषित अवकाश कैलेंडर एक संतुलित और सुविचारित दृष्टिकोण को दर्शाता है। यह कर्मचारियों के हितों की रक्षा करते हुए प्रशासनिक कार्यक्षमता को भी सुनिश्चित करता है। विशेष रूप से, स्थानीय स्तर पर अवकाश निर्धारित करने के अधिकार से स्थानीय आवश्यकताओं और परंपराओं को भी महत्व दिया गया है।