New rules on banks भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में 1 फरवरी 2024 से कई महत्वपूर्ण बदलाव लागू हो रहे हैं। ये नियम न केवल डिजिटल बैंकिंग को मजबूत करेंगे, बल्कि ग्राहकों की सुरक्षा और सुविधा को भी बढ़ाएंगे। आइए जानें इन बदलावों के बारे में विस्तार से।
डिजिटल भुगतान में क्रांतिकारी कदम
RuPay क्रेडिट कार्ड का UPI से एकीकरण भारतीय बैंकिंग में एक नया अध्याय लिख रहा है। अब ग्राहक अपने RuPay क्रेडिट कार्ड को UPI से जोड़कर छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े व्यवसायों तक, हर जगह भुगतान कर सकेंगे। यह सुविधा विशेष रूप से उन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है जहां पारंपरिक कार्ड स्वाइप मशीनें उपलब्ध नहीं हैं। इससे न केवल लेनदेन की प्रक्रिया सरल होगी, बल्कि डिजिटल भुगतान को भी बढ़ावा मिलेगा।
चेक भुगतान में सुरक्षा का नया आयाम
बैंकिंग धोखाधड़ी से बचाव के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम की शुरुआत एक महत्वपूर्ण कदम है। 50,000 रुपये से अधिक के चेक के लिए यह प्रणाली अनिवार्य कर दी गई है। इसके तहत ग्राहकों को चेक जारी करने से पहले बैंक को उसका विवरण देना होगा। यह सिस्टम चेक से होने वाली धोखाधड़ी को रोकने में बेहद कारगर साबित होगा।
डिजिटल रुपया: भविष्य की मुद्रा
भारतीय रिजर्व बैंक का डिजिटल रुपया कार्यक्रम अब और अधिक बैंकों तक पहुंच रहा है। यह डिजिटल मुद्रा न केवल लेनदेन को सरल बनाएगी, बल्कि इससे लेनदेन की लागत भी कम होगी। डिजिटल रुपया का उपयोग स्मार्टफोन के माध्यम से किया जा सकेगा, जिससे यह आम लोगों के लिए सुलभ होगा।
ग्राहक पहचान में कड़ाई
केवाईसी नियमों में किए गए बदलाव बैंकिंग प्रणाली को और अधिक सुरक्षित बनाएंगे। नियमित रूप से केवाईसी अपडेट करना अब अनिवार्य हो गया है। इसके लिए ग्राहकों को आधार कार्ड, पैन कार्ड, और पते के प्रमाण जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे। बैंक ऑनलाइन माध्यम से भी केवाईसी अपडेट की सुविधा प्रदान कर रहे हैं।
एटीएम लेनदेन में नए नियम
एटीएम से पैसे निकालने के नियमों में भी बदलाव किया गया है। मेट्रो शहरों में अपने बैंक के एटीएम से पांच मुफ्त लेनदेन और गैर-मेट्रो शहरों में सात मुफ्त लेनदेन की सुविधा मिलेगी। इसके बाद प्रति लेनदेन 20 रुपये और जीएसटी का शुल्क लगेगा। दूसरे बैंकों के एटीएम का उपयोग करने पर तीन से पांच मुफ्त लेनदेन की सीमा है।
इंटरनेट बैंकिंग में सुरक्षा का विशेष ध्यान
ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव के लिए दो-स्तरीय प्रमाणीकरण को अनिवार्य कर दिया गया है। हर ऑनलाइन लेनदेन के लिए पासवर्ड के साथ-साथ ओटीपी की भी आवश्यकता होगी। कुछ बैंक बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण की सुविधा भी प्रदान कर रहे हैं।
NACH की सीमा में वृद्धि
आवर्ती भुगतान को सुविधाजनक बनाने के लिए NACH मैंडेट की सीमा बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दी गई है। इससे ईएमआई, बीमा प्रीमियम और म्यूचुअल फंड में निवेश जैसे नियमित भुगतान करना आसान हो जाएगा।
ग्राहकों के लिए सुझाव
इन नए नियमों का लाभ उठाने के लिए ग्राहकों को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:
- अपने बैंक खाते से जुड़ी सभी जानकारी को अपडेट रखें
- डिजिटल भुगतान विकल्पों का अधिक से अधिक उपयोग करें
- बैंकिंग लेनदेन में सुरक्षा का विशेष ध्यान दें
- एटीएम लेनदेन की सीमा को ध्यान में रखकर योजना बनाएं
- चेक जारी करते समय पॉजिटिव पे सिस्टम का पालन करें
2024 के ये नए बैंकिंग नियम भारतीय बैंकिंग प्रणाली को और अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और उपयोगकर्ता-मैत्रीपूर्ण बनाएंगे। डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के साथ-साथ ग्राहकों की सुरक्षा को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। इन बदलावों से भारत का बैंकिंग क्षेत्र विश्व स्तर पर और मजबूत होगा। ग्राहकों को चाहिए कि वे इन नियमों को समझें और अपनी बैंकिंग आदतों को इनके अनुरूप ढालें।