Gas cylinder prices बजट 2025 से पहले एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिला है। यह बदलाव विशेष रूप से व्यावसायिक क्षेत्र के लिए राहत लेकर आया है, जबकि घरेलू उपभोक्ताओं को अभी भी किसी प्रकार की राहत का इंतजार है। आइए विस्तार से जानें इस बदलाव के विभिन्न पहलुओं को और समझें इसका प्रभाव।
व्यावसायिक सिलेंडर की कीमतों में कटौती 1 फरवरी 2025 से 19 किलोग्राम वाले व्यावसायिक एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 7 रुपये की कटौती की गई है। यह कटौती देश के प्रमुख महानगरों में लागू की गई है। इस कटौती के बाद दिल्ली में व्यावसायिक सिलेंडर की कीमत 1804 रुपये से घटकर 1797 रुपये हो गई है। मुंबई में यह कीमत 1756 रुपये से घटकर 1749.50 रुपये हो गई है। इसी तरह, कोलकाता में नई कीमत 1907 रुपये और चेन्नई में 1959.50 रुपये निर्धारित की गई है।
घरेलू सिलेंडर की कीमतों में स्थिरता जहां व्यावसायिक सिलेंडर की कीमतों में राहत दी गई है, वहीं 14 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतें पिछले छह महीनों से अपरिवर्तित हैं। वर्तमान में दिल्ली में घरेलू सिलेंडर 803 रुपये में उपलब्ध है। अन्य प्रमुख शहरों की बात करें तो मुंबई में यह 802.50 रुपये, कोलकाता में 829 रुपये, चेन्नई में 818.50 रुपये और लखनऊ में 840.50 रुपये में मिल रहा है।
पिछले वर्षों का कीमत विश्लेषण एलपीजी की कीमतों में बदलाव का एक रोचक इतिहास रहा है। 2024 के बजट के समय दिल्ली में व्यावसायिक सिलेंडर 1769.50 रुपये का था, जिसमें 14 रुपये की वृद्धि की गई थी। 2023 में कीमतें स्थिर रहीं, जबकि 2022 में उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली थी। उस समय दिल्ली में व्यावसायिक सिलेंडर की कीमत 1998.50 रुपये से घटकर 1907 रुपये हो गई थी।
कीमतों में बदलाव के कारण एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव कई कारकों पर निर्भर करता है। इनमें सबसे प्रमुख हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें
- सरकारी सब्सिडी की मात्रा
- करों की दर
- उत्पादन और वितरण लागत
वर्तमान में व्यावसायिक सिलेंडर की कीमतों में कमी का मुख्य उद्देश्य छोटे व्यवसायों, होटलों और रेस्तरां को राहत प्रदान करना है। यह कदम व्यावसायिक क्षेत्र को प्रोत्साहन देने की दिशा में एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है।
घरेलू उपभोक्ताओं की चिंताएं घरेलू उपभोक्ताओं को बजट 2025 से पहले कीमतों में कमी की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वर्तमान में कोई नई सब्सिडी योजना भी घोषित नहीं की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने पर घरेलू सिलेंडर की कीमतों में भी कमी की जा सकती है।
प्रभाव और भविष्य की संभावनाएं व्यावसायिक सिलेंडर की कीमतों में कमी का सीधा प्रभाव खाद्य सेवा उद्योग पर पड़ेगा। होटल, रेस्तरां और कैटरिंग व्यवसायों को इससे कुछ राहत मिलेगी। हालांकि, घरेलू उपभोक्ताओं के लिए स्थिति जस की तस बनी हुई है। महंगाई से जूझ रहे आम परिवारों को अभी भी किसी राहत की प्रतीक्षा है।
आगे की राह सरकार से अपेक्षा की जा रही है कि वह घरेलू एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए भी जल्द ही कोई राहत पैकेज घोषित करे। विशेषज्ञों का सुझाव है कि सरकार को एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाते हुए व्यावसायिक और घरेलू दोनों क्षेत्रों की जरूरतों पर ध्यान देना चाहिए।
वर्तमान कीमत संशोधन व्यावसायिक क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक कदम है, लेकिन यह घरेलू उपभोक्ताओं की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरता। आने वाले समय में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और सरकार की नीतियां तय करेंगी कि घरेलू उपभोक्ताओं को कब और कितनी राहत मिल सकती है।