LPG Gas Cylinder Price भारत में ईंधन की कीमतें हमेशा से आम जनता की चिंता का विषय रही हैं। फरवरी 2025 में ईंधन क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं, जिनका प्रभाव विभिन्न वर्गों पर अलग-अलग तरीके से पड़ेगा। आइए विस्तार से समझें कि ये बदलाव क्या हैं और इनका क्या असर होगा।
कमर्शियल एलपीजी में राहत
फरवरी की शुरुआत में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 7 रुपये की कटौती की घोषणा की। यह कटौती भले ही छोटी लग सकती है, लेकिन व्यावसायिक क्षेत्र के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है। विशेष रूप से होटल, रेस्तरां और स्ट्रीट फूड विक्रेताओं के लिए यह राहत की खबर है।
प्रमुख महानगरों में कमर्शियल एलपीजी की नई कीमतें इस प्रकार हैं:
- दिल्ली में 1,797 रुपये
- मुंबई में 1,749.50 रुपये
- कोलकाता में 1,907 रुपये
- चेन्नई में 1,959.50 रुपये
घरेलू एलपीजी: स्थिर कीमतें
जहां व्यावसायिक उपभोक्ताओं को राहत मिली है, वहीं घरेलू एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए कोई राहत नहीं मिली है। घरेलू सिलेंडर की कीमतें जस की तस बनी हुई हैं। यह स्थिति आम परिवारों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, खासकर उन परिवारों के लिए जो मध्यम और निम्न आय वर्ग से आते हैं।
एविएशन टर्बाइन फ्यूल में भारी वृद्धि
फरवरी 2025 में सबसे बड़ा झटका विमानन क्षेत्र को लगा है। एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में प्रति किलोलीटर 5,078.25 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। यह वृद्धि विशेष रूप से चिंताजनक इसलिए है क्योंकि जनवरी 2025 में ATF की कीमतों में 1,401.37 रुपये प्रति किलोलीटर की कमी की गई थी।
प्रमुख शहरों में ATF की नई कीमतें:
- दिल्ली: 95,533.72 रुपये प्रति किलोलीटर
- मुंबई: 89,318.90 रुपये प्रति किलोलीटर
- कोलकाता: 97,961.61 रुपये प्रति किलोलीटर
- चेन्नई: 98,940.19 रुपये प्रति किलोलीटर
प्रभाव और परिणाम
व्यावसायिक क्षेत्र पर प्रभाव: खाद्य व्यवसाय में लगे लोगों को कमर्शियल एलपीजी की कीमतों में कमी से कुछ राहत मिलेगी। इससे उनकी परिचालन लागत में मामूली कमी आएगी। हालांकि, यह कमी इतनी छोटी है कि इसका खाद्य पदार्थों की कीमतों पर कोई विशेष प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है।
विमानन क्षेत्र पर प्रभाव: ATF की कीमतों में भारी वृद्धि का सीधा प्रभाव हवाई यात्रा की लागत पर पड़ेगा। एयरलाइंस के पास यह बढ़ी हुई लागत यात्रियों पर स्थानांतरित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। इससे हवाई टिकटों की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है।
आम जनता पर प्रभाव: घरेलू एलपीजी की कीमतों में कोई राहत न मिलने से आम परिवारों की रसोई का बजट जस का तस बना रहेगा। साथ ही, हवाई यात्रा की बढ़ती कीमतें मध्यम वर्ग के लिए एक अतिरिक्त बोझ बन सकती हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में सरकार पेट्रोल, डीजल और घरेलू एलपीजी की कीमतों में राहत दे सकती है। यह अनुमान इस तथ्य पर आधारित है कि 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं और सरकार आम जनता को राहत देने के लिए कदम उठा सकती है।
फरवरी 2025 के ईंधन कीमत परिवर्तनों से स्पष्ट है कि सरकार एक संतुलित दृष्टिकोण अपना रही है। व्यावसायिक क्षेत्र को दी गई छोटी राहत स्वागत योग्य है, लेकिन घरेलू उपभोक्ताओं और हवाई यात्रियों के लिए यह महीना चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों और सरकार की नीतिगत पहल से ही स्पष्ट होगा कि ईंधन की कीमतें किस दिशा में जाएंगी।