price of gold केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट के बाद सोने और चांदी के दामों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। 2 फरवरी 2025 को देश के विभिन्न शहरों में सोने और चांदी के दामों में महत्वपूर्ण बदलाव दर्ज किए गए हैं। आइए जानें इस बदलाव का विस्तृत विश्लेषण।
सोने के दामों में वृद्धि बजट पेश होने से पहले सोने के दामों में गिरावट देखी गई थी, लेकिन बजट के बाद कीमतों में फिर से तेजी आई है। 1 फरवरी 2025 की तुलना में 2 फरवरी को 22 कैरेट सोने की कीमत में प्रति ग्राम 14 रुपये की वृद्धि हुई है, जो 7,731 रुपये से बढ़कर 7,745 रुपये हो गई है। इसी तरह, 24 कैरेट सोने की कीमत में भी 15 रुपये की बढ़ोतरी देखी गई है, जो 8,434 रुपये से बढ़कर 8,449 रुपये प्रति ग्राम हो गई है।
चांदी के दामों में मामूली गिरावट चांदी के दामों में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। 1 फरवरी को जहां चांदी 99.60 रुपये प्रति ग्राम की दर से बिक रही थी, वहीं 2 फरवरी को यह घटकर 99.50 रुपये प्रति ग्राम हो गई है। किलोग्राम के हिसाब से देखें तो चांदी की कीमत 99,600 रुपये से घटकर 99,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
प्रमुख शहरों में सोने के दाम देश के विभिन्न प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों में विविधता देखने को मिल रही है:
दिल्ली और चंडीगढ़ में सबसे महंगा सोना दिल्ली और चंडीगढ़ में 22 कैरेट सोने की कीमत 77,600 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जो देश के अन्य प्रमुख शहरों की तुलना में अधिक है। इन शहरों में 24 कैरेट सोना 84,640 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है।
मुंबई, पुणे और अन्य महानगर मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता जैसे प्रमुख महानगरों में 22 कैरेट सोने की कीमत 77,450 रुपये प्रति 10 ग्राम है। इन शहरों में 24 कैरेट सोना 84,490 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से उपलब्ध है।
अन्य प्रमुख शहरों की स्थिति नाशिक में 22 कैरेट सोना 77,480 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोना 84,370 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है। सूरत में यह क्रमशः 77,500 रुपये और 84,540 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
18 कैरेट सोने की कीमतें 18 कैरेट सोने की कीमतों में भी शहर-दर-शहर अंतर देखने को मिल रहा है। दिल्ली, चंडीगढ़ और जयपुर में यह 63,490 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि मुंबई, पुणे, बेंगलुरु और अन्य प्रमुख शहरों में 63,370 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है।
बाजार विश्लेषण वर्तमान में सोने की कीमतों में देखी जा रही बढ़ोतरी केंद्रीय बजट के प्रभाव को दर्शाती है। बजट से पहले की गिरावट और बाद में आई तेजी से यह स्पष्ट होता है कि निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देख रहे हैं। चांदी की कीमतों में मामूली गिरावट से यह भी पता चलता है कि बहुमूल्य धातुओं का बाजार अभी स्थिर स्थिति में है।
सोने और चांदी की कीमतों में यह उतार-चढ़ाव बाजार की गतिशीलता को दर्शाता है। विभिन्न शहरों में कीमतों में अंतर स्थानीय कारकों, मांग और आपूर्ति के साथ-साथ परिवहन लागत का प्रभाव दिखाता है। निवेशकों और खरीदारों के लिए यह समय सोच-समझकर निर्णय लेने का है, क्योंकि बजट के बाद के दिनों में कीमतों में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं।